शनिवार सुबह जिला प्रशासन मंडी द्वारा कोविड-19 पाजिटिव मरीज का विधिवत तौर पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। मौके पर मौजूद मृतक के बेटे ने जब अपने पिता का चेहरा अंतिम बार देखा तो वह फूट-फूट कर रोने लगा और महौल गमगीन हो गया। पीड़ित का अंतिम संस्कार बल्ह घाटी से गुजरने वाली सुकेती खड्ड के किनारे कंसा चौक के समीप किया गया।
इस दुखद समय पर प्रशासन द्वारा पूरी एतिहात बरतते हुए शव को लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज से दाह संस्कार वाले स्थान पर लाया गया। शव को लाते समय मेडिकल कॉलेज टीम और रेडक्रॉस सोसायटी मंडी के कार्यकर्ताओं द्वारा पीपीई किट पहनी हुई थी।
वहीं प्रशासन द्वारा मृतक के बेटे शुभम और अन्य 2 परिजनों को भी पीपीई किट पहनाकर मौके पर लाया गया। मृतक के बेटे शुभम व परिजनों द्वारा शव के चेहरे को अंतिम बार देखकर सुबह के 8 बजकर 54 मिनिट पर शव को मुखाग्नि प्रदान की गई। दाह संस्कार के दौरान प्रशासन द्वारा मौके पर हिंदू रिती रिवाजों के अनुसार पंडित के माध्यम से पूरा अंतिम संस्कार की विधि को अपनाया गया। बता दें कि बीते कल इस मरीज का देहांत हमीरपुर से लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक लाते समय हो गया था। इसके उपरांत मृतक के घर वालों को सूचना देने के उपरांत सुबह शव का दाह संस्कार नेरचौक के कंसा में किया गया।
परिजनों के साथ मृतक की संबंधित ग्राम पंचायत लड़ा के प्रधान राकेश भी मौजूद रहे। दाह संस्कार के समय पर मौके पर पुलिस बल के साथ मंडी पुलिस की क्वीक रिएक्शन टीम(क्यूआरटी) का हथियारों से लेस होकर कड़ा पहरा मौजूद रहा। दाह संस्कार के समय मौके पर एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा, एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज के एमएस डा. देवेंद्र शर्मा व उनकी टीम, बीडीओ बल्ह और रेडक्रॉस मंडी के सचिव ओपी भाटिया टीम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।