जहाँ करोना के कर्फ्यू के चलते इन्सान घरों में कैद हो गए है और कई लोग खाने के लिए भी मोहताज़ हो गए है वहीं बेज़ुबानों को भी खाना नसीब नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मानवता की मिसाल दिखाई है हिमाचल के वन विभाग के मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने।
गोविन्द ठाकुर ने इंसानियत का सबसे बड़ा कर्तव्य निभाया है। उन्होंने ना सिर्फ आवारा पशुओ को खाना खिलाया बल्कि हरेक जरूरतमंद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाया है।
उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए ना केवल अपने घर में रोटियां बनाई बल्कि मनाली-पतलीकूहल- कुल्लू तत्पश्चात कुल्लू लेफ्ट बैंक से होकर मनाली तक बेसहारा कुतों को रोटी भी खिलाई।
मंत्री जी के परिवार ने भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलकार बेज़ुबानों को खाना खिलाया। उनके सुपुत्र ने मनाली और उसके आस पास आवारा कुत्तो को खाना खिलाया बल्कि अब रोजाना वह और उनका सुपुत्र सड़को पर बेसहारा बेजुबान पशुओ को खाना खिलाते दिखाई देते है।
गोविन्द ठाकुर जी ने कहा है की इन्सान तो फिर भी मांग कर खा लेगा पर यह बेजुबान तो बता भी नहीं सकते इसलिए हमारी ज़िमेदारी इनके प्रति ज्यादा है। उन्होंने लोगो से अपील की है कि “हम सभी को साथ मिलकर इस विकट स्थिति में इन बेजुबान प्राणियों की सेवा व रक्षा करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए “। उन्होंने यह भी कहा है कि बेजुबानों से प्यार करो नफरत नही।