मंडी,3 February
हिमाचल में एक ऐसी भी प्रधान है जिसकी सोच ने अपनी पंचायत के लोगों के लिए रोजगार के द्वार खोलें। ऐसे प्रधान और उपप्रधान पूरे हिमाचल के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
हिमाचल की यह पंचायत मंडी जिले के गोहर ब्लॉक में 4000 फीट की ऊंचाई पर स्थित शाला पंचायत हैं। इस पंचायत में लोगों का पैसा कमाने का जरिया केवल कृषि है। इसको देखते हुए प्रधान व उपप्रधान ने पर्यटन और कृषि को रोजगार का माध्यम बनाया। पर्यटन का जरिया बनाते वहां के लोगों के लिए सिंचाई व पक्की सड़क विकास का आधार बन गई।
बता दे मंडी जिले के देवता का मंदिर जो कि कमरूनाग के नाम से जाना जाता है, वह भी इसी पंचायत में आता है। साल 2016 से प्रधान बने राजकुमार ने प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर कमरूनाग तक 16 किलोमीटर की सड़क बनवाई थी। अब राजकुमार उपप्रधान है और उनकी पत्नी मीनाक्षी प्रधान है। उनकी पत्नी मीनाक्षी की इस सोच ने शाला पंचायत में लोगों को रोजगार दिला दिया।
अब शाला पंचायत 180 परिवार दुकाने व अन्य व्यवसाय आरंभ कर सीधी रोजगार से जुड़ गए हैं। इस पंचायत के शकरैनी गांव में पार्क भी बना है। इसमें ट्री हट, विश्राम गृह, ग्रामीण हट है। यहीं पर वहां की महिलाएं अपने घरेलू उत्पाद भेज सकती हैं। अगर पर्यटक यहां पर ठहरे तो वह यहां पर केवल सौंदर्य दृश्यों का आनंद ले सकते हैं बल्कि प्रकार की पर्यटन गतिविधियों का भी मजा ले सकते हैं।