सुबाथू के जंगल पिछले तीन दिनों से लगातार जंगल धधक रहे है। जिस वजह से वन संपदा को इस आग की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है। हालांकि पिछले तीन दिनों से ही फॉरेस्ट विभाग की टीमें आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास कर रही है। ग़ौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से सुबाथु, मनलोग व बोच के जंगलों में आग लगी हुई है। फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी एक जगह आग पर काबू पाते है तभी दूसरी जगह आग लग जाती है। वन विभाग की अधिकारी नीलम ठाकुर ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले आग लगने का आंकड़ा इस बार कम है। इस साल हुई वर्षा के चलते जंगलों में नमी ज्यादा है।
उन्होंने बताया कि देशभर में हुए लॉकडाउन के चलते मानव गतिविधियों का बेहद सीमित हुई है। चूंकि जंगलों में लगने वाली आग के पीछे अधिकतर मानव गतिविधियों का प्रत्यक्ष या परोक्ष हाथ होता है। लिहाजा इस साल लॉकडाउन के चलते जब मानव गतिविधियाँ सीमित रहीं तो इसका प्रभाव वनाग्नि में आई कमी के रूप में भी देखा गया है। उन्होंने बताया कि वन विभाग की सतर्कता के चलते भी वनाग्नि की घटनाओं में कमी आई है। गर्मियों की शुरुआत से पहले ही विभाग आग से बचने की तैयारी शुरू कर देता है। साथ ही आग लगने पर विभाग की प्रतिक्रिया भी अब पहले की तुलना में काफी तेज हुई है।
हालांकि सुबाथू के जंगलों में लगी आग ने विभाग के कर्मचारियों के पसीने निकाल दिए है। वही स्थानीय लोग भी जंगल में लगी आग पर विभाग के कर्मचारियों की मदद करने में लगे है। आपको बता दें कि आग जंगल में ऊपर की तरफ चोटियों में लग रही है, जहां पहुंचना बहुत मुश्किल हो रहा है। फिर भी वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने में रियल हीरो की तरह लगे हुए है।