शिमला 16 अक्तूबर । हिमाचल किसान सभा ने विश्व खाद्य दिवस के विशेष अवसर पर देश के स्तर पर खाद्य सुरक्षा की स्थिति को आमजन के सक्षम रखने का प्रयास किया है । किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि भारत की खाद्य संुरक्षा स्थिति अच्छी नहीं है । बीते सप्ताह जारी नवीनतम ग्लोबल हंगर इंडेक्स जी0एच0आई0 ने एक बार फिर भारत में खाद्य असुरक्षा और कुपोषण की बिगड़ती स्थिति का उल्लेख किया है। उन्होने बताया कि जैसा कि हम 16 अक्टूबर एक और ’’विश्व खाद्य दिवस’’ मना रहे हैं।
डाॅ0 तंवर ने बताया कि नवीनतम ग्लोबल हंगर रिपोर्ट से पता चला है कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 125 देशों में भारत का स्थान और गिरकर 111 पर आ गया है। पिछले साल यह 121 देशों में से 107 था। 2014 में जब मोदी शासन सत्ता में आया जीएचआई में भारत का रैंक 120 देशों में से 55वां था । जुलाई में संयुक्त राष्ट्र के पांच संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से जारी खाद्य सुरक्षा और पोषण स्थिति रिपोर्ट से पता चला था कि 2019-21 और 2020-22 के बीच भारत में मध्यम या गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करने वाले लोगों की संख्या 57 करोड़ से बढ़कर 59 करोड़ हो गई है। और दीर्घकालिक भूख का सामना करने वाले लोगों की संख्या 22 करोड़ से बढ़कर 23 करोड़ हो गई।
उन्होने बताया कि जीएचआई के मामले में भारत की गिरती रैंक ने एक बार फिर दिखाया है कि कोविड महामारी और मोदी सरकार द्वारा बिना किसी योजना के 2020 में लगाए गए कठोर लॉकडाउन का लोगों के जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा। महामारी और लॉकडाउन के कारण आजीविका के नुकसान के प्रतिकूल प्रभाव को मोदी सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों द्वारा कम नहीं किया गया। यह याद रखने योग्य है कि गोदाम में 10 करोड़ टन से अधिक अनाज होने के बावजूद मोदी सरकार ने महामारी के दौर में भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली का दायरा बढ़ाने और पहुंच को सार्वभौमिक बनाने से इनकार कर दिया।
भारत में खाद्य असुरक्षा की स्थिति का लगातार बिगड़ना मोदी सरकार की भारतीय जनता के प्रति उदासीनता का परिणाम है। आम तौर पर आर्थिक संकट और विशेष रूप से भारत में लाखों लोगों द्वारा सामना किए जा रहे कृषि संकट की गंभीरता को पहचानने और भारत में गरीबी और खाद्य असुरक्षा को कम करने के लिए काम करने के बजाय मोदी सरकार की प्रतिक्रिया सर्वेक्षण बंद करने, सभी स्वतंत्र सबूतों को खारिज करने की रही है।
डाॅ0 कुलदीप सिंह तंवर ने बताया कि आने वाले महीनों में अखिल भारतीय स्तर पर किसान मोर्चा इस जनविरोधी सरकार को हराने के लिए किसानों को एकजुट करेगा। मोदी सरकार को अपनी जनविरोधी नीतियों और लोगों को दी गई तकलीफों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।