शिमला
नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में गुरुवार को मेयर-डिप्टी मेयर का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा और कांग्रेस पार्षद मेयर-डिप्टी मेयर का कार्यकाल ढाई से पांच साल करने के विरोध में आ गए। भाजपा पार्षद मेयर के सामने धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। पार्षदों का तर्क था कि रोस्टर के अनुसार ढाई साल बाद मेयर-डिप्टी मेयर पद महिला को दिया जाना था, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। इस पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। हालांकि, महापौर सुरेंद्र चाैहान ने पार्षदों की मांग पर प्रस्ताव सरकार को भेजने की बात कही लेकिन पार्षद नहीं माने। हंगामे के बीच हाउस की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
भाजपा पार्षद कल्याण धीमान, कमलेश मेहता व आशा शर्मा व बिट्टू कुमार पाना ने कहा कि रोस्टर से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। कहा कि पिछले कार्यकाल में भी ढाई-ढाई साल के लिए मेयर-डिप्टी मेयर चुना गया था। बिट्टू कुमार ने कहा कि यह मामला दोबारा सदन में लगाया जाए और वोटिंग के जरिये महापाैर व उप महापाैर का चुनाव किया जाए। पार्षद कमलेश मेहता ने कहा कि हम किसी व्यक्ति विशेष के विरोध में नहीं है, लेकिन रोस्टर से छेड़छाड़ करना हमेशा के लिए ही दिक्कत है। कल्याण धीमान ने कहा कि महापाैर-उप महापाैर चुनाव के रोस्टर से छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए, यदि महिलाओं को आरक्षण दिया है तो हक भी देना होगा। कहा कि चुनाव को लेकर सदन में वोटिंग नहीं होती हमारा विरोध जारी रहेगा।









