शिमला़ 31 अक्तूबर । करवा चैथ के पावन पर्व के चलते जुन्गा, कोटी, जनेडधाट, मुडाघाट और कूफरी में महिलाओं ने जमकर खरीददारी की गई । मिठाई, ब्यूटी पार्लर और जनरल स्टोर पर करवा चैथ का सामान खरीदने के लिए महिलाओं की भीड़ देखी गई । महिलाएं फैनी, मटठी, मिठाईयों, चूड़ियां लगाने, ,नारियल करवा की खरीदने में पूरा दिन व्यस्त रही । ब्यूटी पार्लर में फेशियल और मेंहदी लगवाने के लिए महिलाएं कतार में खड़ी थी । अर्थात कारोबारियों द्वारा करोड़ों रूपये का कारोबार किया गया ।
आचार्य पंडित अनिल शर्मा ने बताया कि महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु के लिए पहली नवंबर को व्रत रखा जाएगा जिसके लिए महिलाएं पूरा दिन निर्जल और निराहार रहकर इस व्रत को रखती है। इस व्रत पर इस साल सर्वाथ सिद्धि का योग बन रहा है जोकि पहली बार व्रत कर रही महिलाओं के लिए बहुत ही शुभ है । रात्रि को चंद्रमा को अध्र्य देने के उपरांत पति के छलनी से दर्शन करने की प्रथा प्रचलित है । तत्पश्चात पति द्वारा पत्नि को जल पिलाकर इस व्रत को खोला जाता है । उन्होने बताया कि पहली नंवबर को सांय 5.36 से 6.54 बजे तक करवा चैथ की पूजा का शुभ मूहूर्त है। बता दें कि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण अनेक स्थानों पर चंद्रमा का उदय 10 बजे उपरांत होता है जिस कारण महिलाओें को काफी देर तक चंद्रमा का इंतजार करना पड़ता है । जबकि पंचाग के अनुसार ब्रह्मांड में चंद्रमा 08 बजकर 09 मिनट पर उदय हो जाएगा ।
वरिष्ठ नागरिक प्रीतम सिंह ठाकुर, पूर्व प्रधान अतर सिंह ठाकुर ने बताया कि अतीत में ग्रामीण क्षेत्रों में करवा चैथ का त्यौहार बहुत कम मनाया जाता था । कुछ महिलाएं सादे रूप में बिना खर्च के इस व्रत को किया करती थी । इसी प्रकार वरिष्ठ नागरिक दयाराम वर्मा ने बताया कि पंजाब राज्य की तर्ज पर बीते करीब 30 वर्षों से हिमाचल में भी मनाया जाने लगा है । अब यह त्यौहार हिमाचल प्रदेश में एक फैशन बन चुका है । इस पर्व पर औसतन हर परिवार का न्यूनतम पांच हजार खर्च आ रहा है जिससे विशेषकर गरीब परिवार काफी प्रभावित हो रहे हैंे।