हमीरपुर
हमीरपुर:
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह क्षेत्र नादौन में आंत्रशोथ अपनी रफ्तार पकड़ ली है। गत दिवस के अलावा अन्य क्षेत्रों में आंत्र शोथ के कारण रविवार को रोगियों की संख्या 700 पार कर गई है। गत दिवस यह आंकड़ा 150 तक था। यानी अब तक लगभग 800 लोग प्रभावित हो चुके हैं। आंत्रशोथ फैलने से जलशक्ति व स्वास्थ्य विभाग हड़कंप मच गया है।
हैरानी की बात तो यह है कि अब उन क्षेत्रों के लोग भी प्रभावित हैं जहां रंगस पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति नहीं की जाती है। नए क्षेत्रों में दंगड़ी, भूंपल के भी कई गांव प्रभावित हैं। वही रंगस के निकट बलाहर, बटवाल, खैरी, बही टप्पर आदि गांवों में भी 200 के करीब नए रोगियों की पहचान हुई है। इसके अलावा बलौन, पन्याला आदि ग्रावों में भी रोगी बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमें गांव गांव जाकर रोगियों की पहचान करके उन्हें दवाइयां बांट रही हैं। हालांकि सुखद बात यह है कि अभी तक किसी भी रोगी में कोई गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं।
उधर जल शक्ति विभाग के सीनियर इंजीनियर नीरज भोगल की अगुवाई में एसडीओ रविंदर कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने रंगस पेयजल योजना का बारीकी से निरीक्षण किया तथा पानी के सोर्स तक गहन जांच की गई परंतु वहां ऐसा कुछ भी पाया नहीं गया जिससे कहा जा सके कि दूषित पेयजल के कारण यह रोग फैला है। इतना ही नहीं विभागीय जांच में पानी के सैंपल की जांच में भी अभी तक कुछ नहीं मिला है। इस संबंध में नीरज भोगल ने बताया कि सैंपल में अभी तक के परीक्षणों में कुछ विपरीत नहीं मिला है।अब इन सैंपल को स्टैट लैब कंडाघाट भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पेयजल योजना को बंद रखा गया है और क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। वही बीएमओ डॉक्टर के के शर्मा ने बताया कि नए रोगियों के पहचान की जा रही है और विभाग की टीम में घर-घर जाकर दवाइयां बांट रही है।
पता चला है कि उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में रिपोर्ट भी तलब की है। उन्होंने विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि लोगों को पीने का पीना साफ सुथरा उपलब्ध करवाएं और उनके स्वास्थ्य से कोई खिलवाड़ ना करें और जो भी लापरवाही बरतेगा उसके विरूद्ध विभागीय कारर्वाई अमल में लाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री के दिशा निर्देश मिलते ही जल शक्ति विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं और धरातल पर दौरा करके पानी का निरीक्षण कर रहे हैं।