लॉकडाउन 3.0 के अंत में या उसके बाद सामान्य लोगों के लिए देश के कई हिस्सों में रेल सेवा शुरू की जा सकती है। खासतौर पर, दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब में बड़े रूटों पर ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है।
दिल्ली से लगते इन राज्यों के रेल मार्गों पर दो मई से ‘अल्ट्रासोनिक फ्लो डिटेक्शन’ टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है। यह टेस्टिंग दो मई से लेकर 8 मई तक चलेगी। इन सभी ट्रैक पर इंजन के साथ लगी तीन बोगियों वाली ट्रेन दौड़ाई जाएगी। टेस्टिंग होने के बाद यहां सामान्य रेल सेवा चालू हो सकती है।
रेल महकमे में परिचालन के जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, नई दिल्ली एवं पुरानी दिल्ली से निकलने वाले सभी ट्रैक पर गाड़ियां चलाने की तैयारी हो रही है। दो मई को गाजियाबाद से पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली वाले ट्रैक पर तीन बोगियों वाली गाड़ी दौड़ाई गई है।
इस दौरान इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। चार मई को दिल्ली एवं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पानीपत तक, पांच मई को पलवल रूट पर, सात मई को दोबारा से पानीपत रूट और आठ मई को जाखल भठिंडा रूट पर ट्रैक का फाइनल ट्रायल किया जाएगा।
इन सभी रूटों पर भी अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग शुरू की गई है। अधिकारी बताते हैं कि दिल्ली-यूपी-हरियाणा-पंजाब रूट पर सामान्य लोगों के लिए ट्रेन चलाने से पहले लॉकडाउन 3.0 में श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकती हैं।
इनमें दिल्ली से मुंबई, कोलकाता, जम्मू, पटना, लखनऊ, चेन्नई, जालंधर, लुधियाना और गुवाहाटी आदि रूट शामिल किए गए हैं। संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सलाह पर रेल मंत्रालय इन रूटों में कटौती या इजाफा कर सकता है।
शुक्रवार को लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया के बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जाने को मंजूरी मिली थी। इन ट्रेनों में अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों छात्रों और अन्य लोगों को अपने राज्य तक पहुंचाया जाएगा।