एक जून से हिमाचल में कर्फ्यू अवधि के दौरान रियायत बढ़ाने की तैयारी है। सरकार ने केंद्र के निर्देशों के अनुसार ही फैसला करने की बात कही है। माना जा रहा है कि एक जून से सामान्य क्षेत्रों में कर्फ्यू ढील की मियाद 12 घंटे हो सकती है।
बसों के संचालन के साथ निजी वाहनों के परिवहन को लेकर भी राहत मिल सकती है। हालांकि, कंटेनमेंट व बफर जोन में कोई रियायत नहीं होगी। सरकार ने पहले ही उपायुक्तों को 30 जून तक कर्फ्यू अपने विवेकाधिकार का उपयोग कर बढ़ाने की अनुमति दे दी है।
हिमाचल में परिवहन निगम की बसों की समयसारणी बदल सकती है। प्रदेश सरकार ने इसके संकेत दिए हैं। परिवहन विभाग ने सुबह 7 से शाम 7 बजे तक बसें चलाने का फैसला लिया है। ऐसे में अगर शिमला से बस काजा जाएगी तो वह समय पर नहीं पहुंच पाएगी। इसके चलते समयसारणी में बदलाव किया जा सकता है।
परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर इस मामले पर शनिवार को परिवहन विभाग के अधिकारियों और सभी आरएम से वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक करेंगे।
कोरोना वायरस के बीच हिमाचल में एक जून से सशर्त बसें चलनी शुरू होंगी। परिवहन विभाग ने इसका खाका तैयार कर लिया है। अब इसे मंजूरी के लिए सरकार को भेजा जा रहा है। विभाग का कहना है कि आरटीओ से भी सुझाव लिए जाएंगे। हालांकि, अंतरराज्यीय यात्रा के लिए पास जरूरी है। सरकार की योजना के मुताबिक एसी बसों को छोड़कर सभी बसें अपने निर्धारित रूटों पर चलेंगी। सामाजिक दूरी और भीड़ से बचने को बसों में 60 फीसदी सवारियां बैठाई जाएंगी।
यात्रियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। बसों को रूटों पर भेजने से पहले सुबह और शाम को सैनिटाइज करना होगा। बस के भीतर संवेदनशील स्थानों को प्रत्येक दो घंटे बाद सैनिटाइज करना होगा। बसों में खड़े होकर यात्रा करने पर मनाही होगी। चालकों-परिचालकों के पास सैनिटाइजर होना जरूरी है। बस स्टॉप और अड्डों में प्रत्येक शौचालय में साबुन होना जरूरी है। एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक सभी बस अड्डों पर मास्क, हैंड सैनिटाइजर, साबुन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।