अगर दिल में जज्बा हो तो उम्र भी साथ देती है, ऐसी ही मिसाल पेश कर रहे है पशुपालन व कृषि के शौकीन श्रीराम। श्री राम जी ऐसे इन्सान है जो आज भी आवश्यकता पड़ने पर खेतों में बिना किसी मदद के कार्य करते हैं। वर्तमान की रासायनिक उर्वरक युक्त खेती के प्रति चिंता जताते हुए श्रीराम बताते हैं। बता दें श्रीराम जी 102वर्ष के है और वो उपमंडल स्वारघाट के गांव काथला निवासी है।
उनके समय में नमक को छोड़कर हर खाद्य पदार्थों को बिना किसी दवाई के खेतों में ही तैयार किया जाता था तथा लोग पुराने समय में सिर्फ नमक खरीदने ही बाजार जाया करते थे।