शिमला 04 नवंबर । हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के संजौली स्थित कार्यालय में जन स्वास्थ्य केंद्र के 18वें मासिक शिविर में नशे से प्रभावितों के मुद्दों पर चर्चा की गई जिसमें डीएसपी सीआईडी रविंद्र नेगी ने नशे से पीड़ित प्रभावित परिवारों की पीड़ा को सुनकर तथा नशे से बाहर निकलना चाह रहे युवाओं की इच्छाशक्ति से प्रेरित होकर नशे के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की तथा ऐसे युवाओं से आज के समाज में आदर्श पेश करने की अपील की। शिविर में आए पंकज तथा…. युवाओं ने अपने अनुभवों को भी साँझा किया जो नशे को छोड़ना चाह रहे हैं तथा पिछले 8-9 महीनों से इस बीमारी से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं।
इस मासिक शिविर की प्रासंगिकता एवं पहल पर चर्चा करते हुए हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव सत्यवान पुंडीर ने पिछले डेढ़ वर्षो में नशे के खिलाफ शुरू किए गए ष्युवा बचाओ अभियानष् के दौरान प्रयोग किए गए विभिन्न अनुभवों से 7 प्रकार के हस्तक्षेपों को चिन्हित किया गया है, जिन पर समग्रता से व्यवस्थित रुपरेखा बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। इनमें 1. वैज्ञानिक हस्तक्षेप के लिए विशेषज्ञ समूह, सकारात्मक सहयोगी समूह तैयार करना, . सोशल मिडिया की भूमिका को देखते हुए डिजिटल हस्तक्षेप, व्यापक एकता बनाते हुए सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, सरकारी, गैर सरकारी लामबंदी, प्रभावित परिवारों एवं युवाओं से संवाद, पारिवारिक हस्तक्षेप तथा माँ की केंद्रीय भूमिका , समाज में मूल्य स्थापित करने के लिए सांस्कृतिक अभियान के रूप में हस्तक्षेप करना शामिल हैं ।
इस शिविर में मल्टी स्पेशियलिटी सेंटर संजौली के सहयोग से प्रतिभागियों कें शुगर टेस्ट फास्टिंग तथा एचबीएआईसी टेस्ट भी किए गए ।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ताआंे जीयानन्द शर्मा, गोविन्द चतरान्ता, सुमित्रा चंदेल, डॉ कुलदीप तंवर, हीरानंद शांडिल, रोबिन सिन्हा आदि के साथ मनोवैज्ञानिक डॉ रवि भूषण भी शामिल हुए।
हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति केंद्र में नशे से प्रभावितों के मुद्दों पर चर्चा आयोजित ।
Leave a comment
Leave a comment









