शिमला
शिमला खेल परिसर में पिछले कल से हस्त करघा उत्पादों की प्रदर्शनी लगी है जिसमें रेकोंगपियो किन्नौर से मणि हैंडलूम द्वारा भी प्रदर्शनी लगाई है। मणि हैंडलूम प्रदेश में ही नहीं विदेशों तक अपनी बुनी किन्नौरी शालें, टोपियां, नेहरू सदरियां, मफलर और कोट की ऊनी पट्टियों के टिपिकल मूल डिजाइन की बुनाई के लिए जाने जाते हैं। इस प्रदर्शनी में भी इनके उत्पादों को आप देख सकते हैं।
पियो किन्नौर में मणि हैंडलूम की अपनी उत्पाद इंडस्ट्री स्थापित है जहां 25 खड्डियां लगी हैं और बीस के करीब हस्तशिल्पी काम करते हैं।
मणि हैंडलूम इंडस्ट्री के मालिक धर्मलाल ने किन्नौरी टोपी पहनाकर लेखक SR हरनोट को सम्मानित भी किया। मणि हैंडलूम में आप हर प्रकार की किन्नौर की स्टाल से लेकर शाल, टोपी तक खरीद सकते है। किन्नौरी शाल आपको 5000रुपये से लेकर 15000 रुपये तक मिल जाएगी वही स्टाल की बात करें तो वाह 2000 से शुरू है। यह सब सामान हाथ से बनाया जाता है।