शिमला, सिकंदर कुमार राज्यसभा सांसद, प्रदेश महामंत्री एवं कार्यकम प्रभारी, कारगिल विजय दिवस ने बताया कि 26 जुलाई, 1999 को भारतीय सेना ने अपने शौय एवं पराक्रम का अद्भुत परिचय देते हुए कारगिल में विजय प्राप्त की थी। इस वर्ष हम कारगिल विजय की 25वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं।
इस बार कार्यक्रम को दो भाग अनुसार किया जाएगा पहले चरण में 25 जुलाई की पूर्व संध्या में प्रत्येक मण्डल में विभिन्न मशाल रैलियों का अयोजन किया जाएगा, इस दिन मण्डल स्तर पर किसी प्रमुख स्थल पर एकत्रीकरण होगा एकत्रीकरण के बाद राष्ट्रगीत गायन होगा। इसके उपरांत देशभक्ति गीतों के साथ मशाल को प्रज्वलित करना है, मशाल रैलियों का शुभारंभ प्रतिकात्मक स्थलों जैसे कारगिल शहीदों, कारगिल वीरों, युद्ध वीरों के घरों या उनकी याद में बने स्मारकों से होगा। प्रत्येक मण्डल में सभी मशाल रैलियों का समापन एक प्रमुख स्थान पर “विजय दीप” प्रज्वलित कर किया जाएगा, जो 25 जुलाई की शाम से 26 जुलाई की शाम तक 25 घंटे तक प्रज्वलित रहेगा ताकि विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाई जा सके तथा बलिदान का सम्मान किया जा सके। प्रत्येक मण्डल में भाजयुमो कार्यकर्ताओं की 3-4 टीमें बनानी है जो 25 घंटे तक “विजय दीप” की बारी-बारी देखभाल करना सुनिश्चित करेंगे ताकि विजय दीप 25 घंटे तक लगातार प्रज्वलित रहे।
दूसरे चरण में 26 जुलाई को वीरों की शौर्य गाथा पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया जाए। 26 जुलाई की शाम को “विजय दीप” पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएं, शहीद सैनिकों, सैनिकों के परिवारों का सम्मान समारोह किया जाए, सम्बोधन एवं अनुभव कथन के कार्यकम किए जाए। कार्यक्रम समाप्ति पर राष्ट्रगान का गायन किया जाए।