सरकारी योजनाओं के लिए सरकार किसी भी मंदिरों से पैसा नहीं लेगी। सरकार उलटा मंदिरों को सहायता देती है। भाजपा इसे लेकर दुष्प्रचार कर रही है। यह बात रविवार को मंडी में अंतर्राष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव की मध्य जलेब में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कही। उन्हाेंने कहा कि मंदिरों से जुड़ा भाषा एवं संस्कृति विभाग उनके पास ही है और किसी भी सरकारी योजना के लिए मंदिरों से पैसा नहीं लिया जाएगा। मंदिरों के पैसों का पहले मुख्यमंत्री राहत कोष और आपदा या किसी अन्य परिस्थिति में उपयोग किया जाता रहा है, लेकिन इसके अलावा इन पैसों का कहीं और कोई इस्तेमाल नहीं होगा। कानूनों के तहत मंदिर या ट्रस्ट अपनी इच्छा से किसी गरीब की मदद कर सकते हैं, जिसके लिए उन्हें स्वयं निर्णय लेना होता है।
जयराम को हमारे कुंभ स्नान को लेकर भी आपत्ति
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा के कुछ अन्य नेता लगातार सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं। इन्हें हमारे कुंभ स्नान को लेकर भी आपत्ति होती है। जयराम को इससे कोई फायदा नहीं मिलेगा। जितने धार्मिक वह हैं उतने ही धार्मिक हम भी हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 36 मंदिर प्रदेश सरकार के अधीन हैं, जिनमें से 4 या 5 मंदिरों की ही आर्थिक स्थिति ठीक है जबकि बाकी मंदिर इस स्थिति में नहीं हैं कि वे पैसा दे पाएं। प्रदेश के मंदिरों की जमापूंजी करीब 500 करोड़ है, लेकिन इन पैसों से प्रदेश सरकार का कुछ नहीं होने वाला। प्रदेश सरकार का 55 हजार करोड़ का बजट है।