शिमला
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के अनुसार, 2 मार्च को राज्य में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश/बर्फबारी की संभावना है। पहाड़ों की चोटियों में लगभग 4 से 6 फीट तक बर्फबारी हुई है। अब मौसम खुलने के बाद पहाड़ों से लगातार हिमखंड खिसकने का क्रम शुरू हो गया है। हालांकि हिमखंड गिरने के बाद बीआरओ ने मशीनों की मदद से मलबे को हटा दिया। जिले में चार दिनों से बिजली और मोबाइल नेटवर्क प्रभावित हुआ है। स्पीति घाटी में भी यही हाल हैं। लाहौल में भी मयाड़, लोअर पट्टन समेत कई गांवों में बिजली बंद है, जबकि अधिकांश संपर्क सड़कें बंद हैं। स्थानीय प्रशासन ने हिमखंड गिरने की संभावित खतरे को देखते हुए लोगों को अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है। वहीं कुल्लू जिले में 80 से अधिक सड़कें और बिजली के करीब 500 ट्रांसफार्मर अभी बहाल नहीं हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार और मंगलवार को राज्य के अधिकांश इलाकों में भारी वर्षा होने के आसार हैं तो उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात हो सकता है। रविवार को मौसम खुला तो बंद सड़कों को बहाल करने का काम युद्धस्तर पर चला रहा। इसके बावजूद प्रदेश भर में करीब 250 सड़कें और 300 से अधिक बिजली के ट्रांसफॉर्मर थे। रविवार को धूप खिली तो राहत कार्य दिन भर चले रहे।
हालांकि, उच्च पर्वतीय जनजातीय क्षेत्रों में हिमखंड गिरने का खतरा बना रहा। प्रदेश में यह बारिश और बर्फबारी कृषि व बागवानी फसलों के लिए अच्छी है। इससे जमीन में नमी बढ़ गई है। अच्छी बारिश होने से स्रोतों में भी पानी बढ़ गया है। इससे गर्मियों में पेयजल घटने की आशंका भी कुछ कम हुई है। मौसम केंद्र शिमला के अनुसार केलांग में न्यूनतम तापमान -6.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। अधिकतम तापमान देहरागोपीपुर में 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रविवार को सुंदनगर में घना और मंडी में हल्का कोहरा छाया रहा। ताबो, बिलासपुर और बरठीं में बहुत तेज हवाएं चलीं। ऊना, मंडी, चंबा में अत्यधिक शीत दिवस और कल्पा में भी शीत दिवस रहा।