शिमला
हिमाचल में लकड़ी माफिया के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला राजधानी शिमला से सामने आया है। पुलिस ने शिमला में देवदार के स्लीपर की तस्करी मामले में चार लोगों को पकड़ा है। इसके साथ ही पुलिस ने करीब आठ स्लीपर मौके पर पकड़े हैं। इन्हें एक पिकअप में लादकर ले जाया जा रहा था। दो दिन में यह दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले चौपाल में लकड़ी तस्कर पकड़े गए थे।
मिली जानकारी के अनुसार रविंदर ठाकुर वन रक्षक शिली और कालंदी बीट वन मंडल ठियोग ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। अपनी शिकायत में रविंदर ठाकुर ने बताया कि सोमवार रात को जब वह गश्त कर रहा था। इस दौरान छैला मोहरी रोड के ऊपर मतली नाला से एक पेड़ के गिरने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद उन्होंने मातली-पालन लिंक रोड पर नाका लगा दिया।
मंगलवार सुबह करीब 03:15 बजे अपर रोड से एक पिकअप आई, जिसे चेकिंग के लिए रोका गया। पिकअप में देवदार के स्लीपर लदे थे। गाड़ी में चालक समेत चार लोग बैठे थे।
यह भी पढ़ें:वोल्वो बस में सफर कर रहा था चिट्टा तस्कर, झपकी आई और सुंदरनगर में चढ़ा पुलिस के हत्थे
वन विभाग की टीम ने चालक से लकड़ी के बारे में पूछा तो वह कोई दस्तावेज नहीं दे सका। जिसके चलते पुलिस ने इन चारों लोगों को हिरासत में ले लिया और लकड़ी को कब्जे में लिया। जांच करने पर वन विभाग की टीम ने पाया कि ये लोग कालांदी बीट में अवैध रूप से देवदार के पेड़ काट रहे थे और लकडिय़ों की चोरी कर रहे थे।
वन विभाग के कर्मियों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान संदीप, प्रकाश चंद, रमेश शर्मा और सुरेश चारों निवासी ठियोग शिमला के रूप में हुई है। उधर, डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा का कहना है कि पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।