पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने नवरात्रि के प्रथम दिन पंचकूला स्थित मां मनसा देवी की पूजा-अर्चना की। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने एमएसपी को लेकर किसान भाइयों को सिर्फ बहकाने की राजनीति की है। मोदी सरकार ने जो ऐतिहासिक किसान हितैषी कदम उठाए हैं वैसा कोई पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने नहीं किया है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा करोड़ों किसानों के खाते में सीधे पैसे जमा किए जा रहे हैं, इसके विपरीत कांग्रेस जब सत्ता में थी तो उसने किसानों का केवल कुछ करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया और यह धन किसानों को नहीं दिया गया, बल्कि उनके कर्ज के रूप में बैंकों को दिया गया। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिनों में ही 9.3 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त के तहत 20000 करोड़ रुपए की धनराशि खातों में भेजी गई। अभी तक 12 करोड़ 33 लाख किसानों को 3 लाख करोड़ रुपए का लाभ मिल चुका है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा सरकार के दौरान किसानों को सिर्फ 8 फसलों पर एमएसपी मिलती थी, जबकि आज भाजपा सरकार किसानों को 24 फसलों पर एमएसपी दे रही है। देश भर में जहां भी कांग्रेस की सरकारें हैं वहां सिर्फ वही 2 फसलें एमएसपी पर खरीदी जाती हैं, जिनका पैसा एफसीआई के माध्यम से केंद्र सरकार देती है। कांग्रेस नेता आज बयानबाजी करके किसानों का हितैषी बनने की सिर्फ कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस को अगर इतनी ही किसानों की चिंता थी तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस सरकार थी तब क्यों नही एमएसपी गारंटी कानून लागू किया? वर्तमान में कांग्रेस के नेतृत्व में हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में सरकार है तो कांग्रेस इन राज्यों के किसानों को लाभ देने के लिए एमएसपी गारंटी कानून क्यों नहीं लागू कर रही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि सोनिया, राहुल-प्रियंका शिमला में ठंडी हवाओं का लुत्फ तो उठा आए, मगर 2 साल पहले कांग्रेस सरकार के झूठे वायदों पर एक शब्द भी नहीं बोलते। हिमाचल की माताएं-बहनें अभी भी 1500 रुपए प्रति महीने का इंतजार कर रही हैं। हिमाचल के किसान अभी तक 2 रुपए प्रति किलो गोबर और 100 रुपए प्रति लीटर दूध खरीदे जाने का इंतजार कर रहे हैं। हिमाचल के युवा अपनी 5 लाख नौकरियां का इंतजार कर रहे हैं। हिमाचल के परिवार 300 यूनिट फ्री बिजली का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न हिमाचल का इंतजार खत्म हो रहा, न हिमाचल की दुर्दशा पर गांधी परिवार की चुप्पी टूट रही है।