“पूर्णता प्राप्य नहीं है, लेकिन यदि हम पूर्णता का पीछा करते हैं तो हम उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं” ऐसा ही कुछ वन विभाग के वन्यजीव के कर्मचारियों ने कर के दिखाया है।
वन्य जीव प्रभाग के कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए अवार्ड दिए गए। यह एक अनोखी पहल है जो की वन्यजीव के डिप्टी कंसर्वेंटर रवि शंकर द्वारा शुरू की गई है।
रवि शंकर ने कहा की यह एक अनोखा पर प्रेरणा स्रोत कार्य है जिससे कर्मचारी काम करने के प्रति प्रेरित होंगे। उन्होंने अपने विभाग में ऐसे 30 कर्मचारियों को अवार्ड दिया जिन्होंने अपनी फील्ड में उत्कृष्ट कार्य किए हैं।
रवि शंकर ने कहा की” यह हमारे विभाग में पहला सरहनीय कार्य हुआ है। ऐसे कार्यों से कर्मचारियों को अभी प्रेरणा मिलती है। मुझे लगता है ऐसे कार्य सभी डिवीजन स्तर पर कर्मचारियों के लिए होने चाहिए ताकि वे अच्छे कार्य कर सके। मैं आशा करता हु की सभी डिवीज़न ऐसे कार्यक्रम अपने कर्मचारियों के लिए भविष्य में आयोजित करेंगे”।
शिमला वन्यजीव प्रभाग ने इन श्रणियों में अपने कर्मचारियों को उनके सराहनीय कार्य के लिए अवार्ड दिए हैं।
संरक्षण और कानून प्रवर्तन
सुरेंद्र सिंह, रेंज वन अधिकारी- नियमित संयुक्त रात्रि गश्त में उनके गंभीर प्रयासों के लिए वन्यजीव रेंज सिम्बलबारा
कर्नल शेर जंग नेशनल पार्क में शिकारियों को पकड़ना
अग्नि सुरक्षा
मजाथल वन्यजीव अभयारण्य कर्मचारी अग्नि सुरक्षा में उनके प्रयासों के लिए और 2022 के फायर सीजन में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अग्निशमन पर काबू पाना
गणपत राम, तत्कालीन प्रखंड वन पदाधिकारी
पंकज सेन, वन रक्षक
हेमेंद्र, वन रक्षक
पवन कुमार, तत्कालीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी
वन्यजीव निगरानी:
सुरेंदर सिंह, आरएफओ सिम्बलबारा को पहली बार रिकॉर्डिंग करने के उनके प्रयास के लिए राज्य में बाघ की कैमरा ट्रैप छवि, हाथी की निगरानी और नियमित कैमरा ट्रैप डेटा प्रस्तुत करना।
रेणुका जी डब्ल्यूएलएस में 2 नए प्रवासी पक्षी रिकॉर्ड के लिए वीरेंद्र शर्मा
चैल में कोक्लास तीतर के पहले फोटोग्राफिक रिकॉर्ड के लिए अक्षय कुमार
वन्यजीव अभ्यारण्य
सुदूर क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य: सुमीत कुमार, वनरक्षक, गुरार वन रक्षक झोपड़ी के नवीकरण और पुनर्विकास में ईमानदार और दृढ़ प्रयास इलाके और सुदूरता की चुनौतियों के बावजूद गुरार
चिड़ियाघर विकास:
सतीश शर्मा, डिप्टी रेंज वन अधिकारी हिमालयन नेचर पार्क के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान
कुफरी
आवास सुधार
अजय चौहान, वन रक्षक, मारुसिद्ध बीट फॉर सीआरएस विधि द्वारा लैंटाना प्रभावित क्षेत्रों का पुनर्वास एवं विकास शाकाहारी जानवरों के लिए घास का मैदान
मंत्रालयिक कर्मचारी
दिनेश शर्मा, जेओए (आईटी) को उनके ईमानदार और समर्पित कार्य के लिए चुनौतीपूर्ण समय सीमा दी गई
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी
तारा चंद, एमपीडब्ल्यू, कुफरी एफआरएच
प्यारे लाल, गेट कीपर, रेणुका जी मिनी जू
बाबू राम, वन कर्मी, एचएनपी कुफरी
विविध प्रशंसा
चैल में फेनडेंट
विकास भाटिया, जेई को इंजीनियरिंग में उनके अनुकरणीय और ईमानदार काम के लिए संविदात्मक चिड़ियाघर कार्यों और अन्य भवन कार्यों के लिए अनुमान तैयार करना।