मुख्यमंत्री बताएं कि माइनिंग पॉलिसी में बदलाव करने की क्या आवश्यकता थी ?
शिमला, भाजपा राज्य सभा सांसद एवं नालागढ़ विधानसभा उप चुनाव के संयोजक प्रदेश महामंत्री डॉ सिकंदर कुमार ने कहा कि अब तो कांग्रेस के विधायक सयंम मान चुके है की कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार व्यापक रूप से हो रहा है। हर विभाग से पैसे का लेन देन हो रहा है। इस प्रमाण में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं हिमाचाल के विधायक ने अपनी ही सरकार को घेर दिया है।
जिला शिमला के उपमंडल ठियोग में 17 करोड़ रुपये की लागत से बने सरकारी अस्पताल का निर्माण कार्य जांच की जद में आ गया है। कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई तरह की खामियां सामने आईं। अस्पताल भवन के अंदर सीलन पाई गई और टाइलें भी उखड़ना शुरू हो गई हैं। निरीक्षण के दौरान राज्य लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता समेत अन्य अधिकारी भी साथ थे। विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने इस मामले की जांच के आदेश एसडीएम ठियोग को दिए हैं। उन्हें एक महीने के भीतर इस मामले की पूरी रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट के आधार पर सरकार इस मामले में आगामी कार्रवाई करेगी। कांग्रेस विधायक ने खुद माना है कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। जो भ्रष्टाचार करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा बार बार माइनिंग पोलिसी को लेकर सवाल उठा रही है, पर सरकार मौन है और इस प्रकार के आरोप जो कांग्रेस विधायक ने अपनी ही पार्टी पर लगाए है इस बात को पुष्टी करता है की मुख्यमंत्री हिमाचल में हो रहे भ्रष्टाचार के कुलपती है। जब कुलपति जी ऐसा हो तो कुल तो भ्रष्ट ही होगा ही।
मुख्यमंत्री से हम पूछते है कि माइनिंग पॉलिसी को बदलने की क्या नौबत आ गई ? जवाब को मुख्यमंत्री को देना होगा।