हिमाचल उत्तराखंड की सीमा पर अपनी तरह की पहली मटेरियल सैनिटाइजिंग टनल ने काम करना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड व हिमाचल की सीमा पर स्थित पांवटा साहिब के गोविन्दघाट बैरियर पर बनी इस टनल के भीतर पूरा ट्रक महज 5 से 7 सेकंड में सैनिटाइज होता है। जबकि 3 कारें एक साथ महज 5 सेकेंड में सैनिटाइज हो जाती हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों में इस तरह की मटेरियल सैनिटाइजिंग टनल का इस्तेमाल शुरू हुआ है लेकिन भारत में संभवत है यह अपनी तरह की पहली टनल है।
कोरोना को हराने की देश में अब बड़ी तैयारी शुरू हो गई है। विदेशों की तर्ज पर लेकिन पूर्ण स्वदेशी तकनीक से बनी पहली मटेरियल सैनिटाइजिंग टनल पांवटा साहिब में शुरू हो गई है। इस टनल की खासियत यह है कि इसके भीतर से गुजरने वाला मालवाहक ट्रक महज पांच से 7 सेकंड में सैनिटाइजर हो जाएगा।
जबकि छोटी 3 गाड़ियां एक साथ सेनेटाइज होकर निकलेगी। पूर्ण रूप से स्वदेशी तकनीक पर आधारित इस टनल मैं इस तरह से फव्वारे लगे हैं जो संचालित होने पर पूरे ट्रक पर हर तरफ से कोरोना नाशक केमिकल का छिड़काव कर देते हैं। छिड़काव के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट का इस्तेमाल किया जाएगा। सिरमौर उपायुक्त डॉक्टर आरके परुथी ने टनल का उदघाटन किया और टनल को फाइट अगेंस्ट कोरोना के लिए समर्पित किया।