सत्यदेव शर्मा सहोड़
शिमला। बिहार विधानसभा के चुनाव का बिगुल बज चुका है और राजनीतिक दल चुनावी रणनीति में जुटे हैं। इसी बीच, वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष एवं जाने माने अंक ज्योतिषाचार्य पंडित शशिपाल डोगरा ने भी इस चुनाव को लेकर अहम गणना की है।
पंडित डोगरा ने अंक ज्योतिष के आधार पर राजनीतिक विश्लेषण किया है। इसके मुताबिक बिहार चुनाव में भी प्रधानमंत्री मोदी ही फोकस में रहेंगे। साथ ही यह भी कहा कि ये चुनाव चौंकाने वाले भी रह सकते हैं और कई स्थापित नेताओं को हार का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, किसी ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री के लिये भाग्य खुल सकता है, जिसकी कल्पना नहीं की होगी।
पंडित डोगरा के मुताबिक बिहार चुनाव तिथि की घोषणा 6 अक्टूबर 2025 को कर दी गई है। इसके मुताबिक मतदान तिथियां (6 व 11 नवम्बर 2025), परिणाम तिथि (14 नवम्बर 2025) है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का अंक ज्योतिषीय विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि घोषणा तिथि: 6 अक्टूबर 2025
6+1+0+2+0+2+5 = 16 → 7 (केतु), केतु राजनीति में रहस्यमयी और अप्रत्याशित परिणामों का संकेत देता है।
पंडित शशिपाल डोगरा कहते हैं कि इस दिन घोषणा का होना बताता है कि परिणाम में बड़ा टर्निंग पॉइंट देखने को मिल सकता है। उनके मुताबिक पहला चरण मतदान (121 सीटें) – 6 नवम्बर 2025, 6+1+1+2+0+2+5 = 17 → 8 (शनि) शनि परिश्रम, संघर्ष और न्यायप्रियता का ग्रह है। यह चरण उन इलाकों में बीजेपी के लिए बेहतर हो सकता है, जहां परिश्रमी कार्यकर्ता संगठन मजबूत हैं। शनि (8) प्रधानमंत्री मोदी के मूलांक (8) से जुड़ता है, उनके नेतृत्व को लाभ।
दूसरा चरण मतदान (122 सीटें) – 11 नवम्बर 2025, 1+1+1+1+2+0+2+5 = 13 → 4 (राहु) राहु भ्रम, प्रचार और अचानक उथल-पुथल लाता है।
पंडित डोगरा के मुताबिक यह चरण महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। अंदरूनी विरोध और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। वहीं, राहु का अंक 4 मीडिया और डिजिटल प्रचार में अप्रत्याशित मोड़ लाएगा। उन्होंने कहा कि परिणाम तिथि – 14 नवम्बर 2025, 1+4+1+1+2+0+2+5 = 16 → 7 (केतु)
घोषणा और परिणाम दोनों दिन 7 (केतु)। इसका अर्थ है कि जो परिणाम की कल्पना की जा रही है, वह अंततः पलट भी सकता है। बड़े-बड़े दिग्गज चुनाव हार सकते हैं और केतु का प्रभाव अंत समय में सत्ता के समीकरण बदल सकता है।
राजनीतिक दलों का नामों का प्रभाव
पं. डोगरा के मुताबिक, बीजेपी गठबंधन (BJP + NDA), BJP = 2 (चंद्र), NDA = N (5) +D (4)+ A (1) = 10 → 1 कुल प्रभाव = 2+1 = 3 (बृहस्पति)। बृहस्पति ज्ञान, नेतृत्व और संगठन शक्ति का प्रतीक है। केतु (7) + बृहस्पति (3) = आध्यात्मिक ऊर्जा और जनविश्वास का मेल
यह योग सत्ता वापसी या मजबूत प्रदर्शन का संकेत देता है।
उधर, कांग्रेस गठबंधन (महागठबंधन). महागठबंधन = 42 → 6 (शुक्र), केतु (7) और शुक्र (6) का मेल मतभेद, भ्रम और अंदरूनी असहमति का सूचक है। जो यह दर्शाता है कि गठबंधन के घटक दलों में तालमेल की कमी रहेगी।
बीजेपी व कांग्रेस के नेताओं का व्यक्तिगत अंक प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनकी जन्म तिथि
17-09-1950, मूलांक = 8 (शनि), भाग्यांक = 5 (बुध), 2025 = वर्षांक 9 (मंगल), शनि + बुध + मंगल = रणनीति + दृढ़ता + परिणाम, यह वर्ष उनके लिए निर्णायक और नेतृत्व मजबूत करने वाला है। चुनाव में मोदी जी की सक्रियता बीजेपी के लिए निर्णायक भूमिका निभाएगी।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी जिन का जन्म
19-06-1970, मूलांक = 1 (सूर्य), भाग्यांक = 6 (शुक्र), 2025 = 9 (मंगल) सूर्य + शुक्र + मंगल → अहं और भावनात्मक अस्थिरता का मेल, यह संयोजन दिखाता है कि वे संघर्ष करेंगे, पर एकजुटता और रणनीति की कमी रहेगी।
समग्र निष्कर्ष
पंडित डोगरा के मुताबिक, अंक ज्योतिषीय भविष्य संकेत बताते हैं कि बिहार चुनाव 2025 में अंक ज्योतिष के अनुसार बीजेपी गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है, हालांकि परिणाम में केतु का रहस्यमयी मोड़ आखिरी क्षणों में कुछ क्षेत्रों में चौंका सकता है। प्रदेश में किसी ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री के लिये भाग्य खुल सकता है, जिसकी कल्पना नहीं की होगी।









