जिला बिलासपुर के उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत पड़ने वाली राजकीय आर्युवेदिक स्वास्थ्य केंद्र बैहल में डॉक्टर और फार्मासिस्ट तो तैनात हैं लेकिन चतुर्थ श्रेणी का पद लगभग आठ नौ महीनों से खाली है। l
गौरतलब है कि आज पूरे देश में जो कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी ने अपना भयंकर रुप धारण किए हुए हैं।
उसी कड़ी राजकीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र बैहल में 8/9 महीने से चतुर्थ श्रेणी का पद रिक्त है वहीं सफाई कर्मचारी का कई वर्षों से ना होना भी अपने आप में कई सवाल खड़े करता है इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र में सफाई कर्मचारी होना बहुत जरूरी है।
राजकीय आर्युवेदिक स्वास्थ्य केंद्र बैहल की इंचार्ज डॉ बबीता ने बताया की हमने अपने निजी खर्चे पर एक व्यक्ति को सफाई और अन्य काम करने के लिए रखा हुआ था लेकिन व्यक्ति को कोई जरूरी काम पढ़ने से वह काम पर नहीं आ रहा है जिससे उन्हें भारी परेशानी से गुजर ना पड़ रहा है जहां मरीजों को देखने के लिए जो समय दिया जाना था उस समय में सफाई और अन्य काम निपटाने पड़ रहे हैं इस बारे में जब जिला आयुर्वेदिक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और और अस्थाई तौर पर नियुक्ति के लिए कोशिश की जाएगी।
यहां यह भी बताना उचित होगा कि यह आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में वार्षिक ओपीडी लगभग 8 नो हजार के करीब है वही महीने की ओपीडी लगभग 8 से 900 के करीब है राजकीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्राम पंचायत बैहल और कोडां वाला के साथ साथ पड़ोसी राज्य पंजाब के लोग भी अपना इलाज कराने के लिए यहां पर आते हैं।