शिमला, 25जून 2025
हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे चुके वीरभद्र सिंह का श्राद्ध मंगलवार को रामपुर के पदम महल परिसर में हुआ। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आए हजारों लोगों ने उन्हें याद करके श्रद्धांजलि भी दी।
सुधीर कटोच ने कहा जब वह रामपुर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि हर आंख नम है और हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुँच रहे है। वीरभद्र जी एक महान राजनेता, दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता और जनता के सच्चे सेवक थे।
रामपुर शहर में ऐसा प्रतीत हो रहा था की आज भी वह प्रदेशवासियों के हृदय में अमिट रूप से अंकित है। उनका जनसेवा से जुड़ा जीवन भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। वीरभद्र सिंह ने धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाकर हिमाचल की संस्कृति और आस्था की रक्षा के लिए जो कदम उठाया, वह उनकी देवभूमि के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह से भी मिले। जिन्होंने उन्हें आदर सरकार किया।