लॉकडाउन का उददेश्य लोगों के जीवन को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाना है ताकि इस महामारी की चपेट में कोई भी व्यक्ति भी न आए । यह बात आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विवेक कंवर ने विशेष अभियान के तहत शुक्रवार को जुन्गा उप तहसील के दूरदराज गांव शिल्ली और बागड़ा में घर घर जाकर लोगों के साथ सांझा की गई । उन्होने लोगों को समझाते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खौफ से भयभीत होने की जरूरत नहीं बल्कि सरकार द्वारा जारी की गई एडवायजरी से ही लोगों का जीवन सुरक्षित रह सकता है ।
डॉ0 कंवर ने लोगों को बताया कि नवीन कोरोना वायरस सर्वप्रथम चीन के वुहान शहर में निमोनिया के रोगियों में अचानक वृद्वि के रूप में सूचित हुआ था । इस रोग में खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि फ्लू जैसे लक्षण पाए जाते है। उन्होंने बताया कि लोगों को खांसते व छींकते समय रूमाल अथवा कोई कपड़ा मुंह पर अवश्य रखना चाहिए और दूसरों से वार्तालाप करते समय कम से कम एक मीटर समाजिक दूरी बनाए रखने के अतिरिक्त लोगों से हाथ न मिलाएं । उन्होने कहा कि भीड-भाड वाले स्थानों पर जाने से परहेज करे और मांस और अंडे को अच्छी तरह पकाकर खाएं तथा जंगली व पालतू जानवरों के साथ असुरक्षित सम्पर्क से बचें। उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था की गई है और खांसी जुखाम व बुखार होने की स्थिति में तुरंत अस्पताल में चैकअप करवाऐं ।
उन्होने लोगों को जानकारी दी कि हाथों से मुंह, नाक और आंखों को बार-बार न छुऐं। इसके अतिरिक्त दरवाजे के हैंडल, स्वीचबोर्ड, डेस्कटोप, हैंड रेलिंग को बार-बार छुने का परहेज करें । उन्होने बताया कि विभाग के निःशुल्क हेल्पलाईन नम्बर 104 पर भी सम्पर्क कर सकते है । उन्होने कहा कि अन्य राज्य से आने वाले व्यक्तियों की सूचना तुरंत स्वास्थ्य अथवा प्रशासन दे कि बाहर से आए हुए व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच समय पर की जा सके ।