धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर की चुनावी मुश्किलें बढ़ गई हैं। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने देहरा विधानसभा उपचुनाव में कथित तौर पर पैसे बांटने के मामले में संज्ञान लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, कांगड़ा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
यह मामला देहरा के पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह द्वारा दायर याचिका से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने कमलेश ठाकुर के चुनाव को चुनौती दी है। सिंह ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अनुचित तरीकों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें पैसे बांटने का आरोप भी शामिल है।
उच्च न्यायालय ने सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करते हुए मामले की अगली सुनवाई के लिए 11 दिसंबर की तारीख तय की है। इस घटनाक्रम से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है और सभी की निगाहें अब 11 दिसंबर की सुनवाई पर टिकी हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार, बैंक और CBI इस मामले में क्या जवाब दाखिल करते हैं और उच्च न्यायालय का अगला कदम क्या होता है। क्या कमलेश ठाकुर की विधायकी रहेगी सुरक्षित या इस मामले में कोई बड़ा मोड़ आएगा? इसका फैसला अब 11 दिसंबर को ही आएगा।









