शिमला
हिमाचल की राजधानी के समरहिल स्थित विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राएं कॉपी-पेन नहीं बल्कि डंडे और लोहे की रॉड लेकर आते हैं. जिस विश्वविद्यालय को करोड़ों रुपए खर्च कर पढ़ाई के लिए बनाया गया है, वह लड़ाई का अखाड़ा बना हुआ है. मंगलवार सुबह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एबीवीपी और एसएफआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए । कहासुनी हाथापाई में बदल गई और कुछ ही देर में दोनों छात्र संगठनों के कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर एक दूसरे पर वार करने के लिए पहुंच गए।
बता दे पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय में दीवार लेखन की जा रही थी जिसमें विद्यार्थी परिषद द्वारा अपने पुराने स्पॉट में नई वॉलराइटिंग की गई थी। ऐसे ही विद्यार्थी परिषद द्वारा की गई वॉलराइटिंग को SFI के गुंडों द्वारा मिटा दिया गया जहां आतंक का माहौल ओर गरमा गया।
आज सुबह करीब 10 बजे ABVP के कुछ कार्यकर्ता विश्वविद्यालय आ रहे थे उस दौरान ABVP के निहत्थे कार्यकर्ताओं पर घात लगाए बैठे SFI के गुंडों द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में तेज दराट व रोड़ से हमला किया गया जिसमें ABVP के कार्यकर्ताओं को गंभीर एवं गहरी चोटें आईं हैं। ऐसे हे करीब 12 बजे एक बार फिर बालूगंज में SFI के गुंडों द्वारा ABVP के दो कार्यकर्ताओं पर दराट से हमला किया गया। सरकार को SFI जैसे आतंकी वं खूनी संगठन को बैन कर देना चाहिए ताकी आने वाले समय में ऐसी खूनी वारदाते किसी भी शिक्षण संस्थान में न हो।
इकाई मंत्री आशीष शर्मा ने कहा की ऐसे खूनी इतिहास वाले संगठन द्वारा बार बार ऐसा खूनी प्रहार अत्यंत निंदनीय है सभी छात्रों को भी ऐसे खूनी संगठन का विरोध करते हुए सरकार से SFI जैसे आतंकी संगठन को बैन करने की मांग करनी चाहिए। ताकि शिक्षण संस्थानों में शांति एवं शिक्षा का माहौल बना रहे।